धनिया के औषधीय गुण |

धनिये का सेवन करने से हम कई तरह की घातक बीमारियों से बचें रहते हैं। हरे धनिये में कई तरह के आयुर्वैदिक और औषधीय गुण पायें जाते हैं। इसका सेवन करके हम अपने वजन को कंट्रोल में कर सकते हैं, साथ में इससे किडनी के जहर को भी समाप्त किया जा सकता है।निया एक मसाले का नाम है जिसका प्रयोग हम अपनी रसोई में मसाले के रूप में करते हैं। जब हम इसका प्रयोग अपने खाने में करते हैं तो हमारा खाना और भी स्वादिष्ट बन जाता है। सूखे धनिये का इस्तेमाल हम केवल मसाले के रूप में ही नहीं बल्कि औषधीय रूप में भी करते हैं, जो हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है।

घमोरियां होने पर
गर्मियों के दिनों में जब भी हम घमोरियों से परेशान होते हैं तो हमें धनिये के पानी से स्नान करना चाहिए। इससे आप की घमोरियां ठीक हो जाती है।
पसीने की दुर्गन्ध से छुटकारा
पचास ग्राम धनिया में स्वादानुसार पिसा हुआ काला नमक मिलाकर रख लें। खाना खाने के बाद इसका सेवन पानी के साथ करें। ऐसा करने से पसीने की बदबू नहीं आती है। और साथ में आपकी खूबसूरती बढ़ती है और आप स्वस्थ्य भी रहते हो।
स्वप्नदोष से राहत
सुखा धनिया पीसकर छान लें, फिर इसमें बराबर मात्रा में चीनी डालें। इसका सेवन आप सुबह भूखे पेट पानी के साथ करें। ऐसा करने से आप को स्वप्नदोष से राहत मिलती है और अगर आप को कब्ज हो तो आप इसका सेवन रात को भी कर सकते हो।
चोट के दर्द को दूर करें
अगर आप को चोट लगा हो या चोट के कारण नीला धब्बा बन गया हो या सुजन हो तो धनिये और हल्दी दोनों को पीस को समान मात्रा में मिलाएं, फिर इसमें तेल डालकर इसको अच्छे से भुने। फिर इसे चोट वाली जगह पर लगायें। ऐसा करने से आप को राहत मिलती है।
Image result for DHANIA kHANE KE
थकान को दूर करे
जब हम काम करते हुए बहुत थक जाते हैं या सैर करने के बाद हमें बहुत ही थकावट होती है तो ऐसे में धनिये के बीस दाने लेकर चबाने चाहिए, हमारी सारी थकावट दूर हो जाती है।
मिर्गी के लिए
जिनको मिर्गी की शिकायत है उन्हें एक किलो पानी में 50 ग्राम धनिया उबालना चाहिए, जब पानी का तीसरा हिस्सा रह जाता है तो उसे छानकर उसमें स्वादानुसार नमक मिला लें। फिर उसे दिन में चार बार पियें। ऐसा करने से आप बहुत ही जल्द ठीक हो जाओगे।
मसूड़ों के लिए
धनिये का पानी उबालकर उस पानी से कुरला करने से मसुडें मजबूत बनते हैं, साथ में मसूड़ों से रक्त निकलना बंद हो जाता है।
सिरदर्द से राहत
चार चम्मच धनिया में दो चम्मच मिश्री मिलाकर एक गिलास पानी में उबाले। जब पानी आधा रह जाए, तो उसे छान कर पियें। इससे आप को सर्दी जुकाम से होने वाली सिरदर्द ठीक हो जाती है।

प्रकृति शीतल और खुश्क। हरा धनिया पोलिथीन की थैली में रखने से ताजा रहता है। धनिए का गुण ठण्डक पहुँचाना है।
पेशाब रुकना धनिये को हरी पत्तियों का रस आधा कप में स्वादानुसार चीनी मिलाकर पियें। यदि रुका हुआ पेशाब नहीं आए तो 1 घण्टे बाद पुन: पियें। पेशाब जायगा।
गर्मी के रोग रात को मिट्टी के बर्तन में दो गिलास पानी में पाँच चम्मच सूखा धनिया भिगो दें। प्रातः इसमें स्वाद के अनुसार मिश्री मिलाकर पियें। गर्मी के रोग ठीक हो जायेंगे। ग्रीष्म ऋतु में यह बहुत उपयोगी है। इससे पेशाब की जलन और रुकावट में भी लाभ होता है। गर्मी के कारण चक्कर और कै में लाभ होता है। गर्भिणी स्त्री के लिए ज्यादा लाभदायक है। नकसीर भी ठीक हो जाती है।


पेट दर्द पिसा हुआ धनिया और मिश्री पिसी हुई पानी में घोलकर पीने से दर्द ठीक हो जाता है।
नकसीर, रक्तस्रावी बवासीर, मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव होता हो तो 50 ग्राम साबुत धनिया दो कप पानी में रात को भिगो दें। प्रात: यह पानी छानकर पियें। रक्तस्राव बन्द हो जायेगा


Previous
Next Post »