भिन्डी की सब्जी
हमारी रसोई में
एक विशेष स्थान
रखती है। यह
सभी को पसंद
आती है खासकर
बच्चों को इससे
विशेष लगाव होता
है।
— भिंडी की सब्जी
बनाने के लिए
सब्जी को छोंकने
के बाद दो
मिनट तेज
आंच पर हिलाते
हुए पकाएं। इसके
बाद ही ढ़क्कन
लगायें। दुनिया भर में
भिन्डी का उपयोग
कई प्रकार की
डिश बनाने में
किया जाता है।
भिंडी में प्रोटीन फाइबर तथा कई
प्रकार के खनिज
और साबुत भिंडी
को अच्छे से
पानी से धो
ले। इसे सूखे
कपड़े से पोंछ
कर दस मिनट सूखने दें। इसके
बाद इसके दोनों
सिरे काट कर
निकाल दें।
अब जैसे काटनी
हो गोल या
लंबी काट कर
सब्जी बनायें।
इससे सब्जी में चिकनाहट
नहीं होगी ।
—
— भिन्डी की सब्जी
को लसलसी होने
से बचाने के
लिए नमक सब्जी
पकने के बाद
ही डालना चाहिए।
भिंडी में
घुलनशील
तथा
अघुलनशील
दोनों
प्रकार
के
फायबर
होते
हैं।
फायबर
आँतों
को
साफ
रखते
हैं।
आंतें
साफ
रहने
के
कारण
पाचन सब्जी में डालने
से पहले भिंडी
को तेल में
थोड़ा तल लेने
से भिन्डी में
लारें नहीं पड़ती।
या थोड़े ज्यादा
तेल में बनाने
से भिन्डी की
उपयोग से ये
परेशानियां
दूर
रहती
हैं। भिंडी
का
आंतों
को
साफ
करने
का
गुण
आँतों
में
होने
वाले
कैंसर
से
भी
बचा
सकता
है।
भिंडी
पचने
में भारी
होती
है
, अतः एक
बार
में
अधिक
मात्रा
में
नहीं
खानी
चाहिए।
सब्जी चिकनी नहीं होती।
प्रक्रिया सुधरती
है।
फायबर
के
कारण
कब्ज
से
बचाव
होता
है।
कब्ज के
कारण
पाचन
संबंधी
अनेक
परेशानियां
हो
सकती
है।
भिंडी के
घुलनशील
होता है। भिन्डी
से मिलने वाला
विटामिन A भी फैट
में घुलनशील होता है
भिंडी से मिलने
वाला विटामिन C कोलेस्ट्रॉल के
ऑक्सिडेशन को कम
करके नसों में
जमने से रोकता
है। इसके अलावा
विटामिन भिन्डी से प्रचुर
मात्रा में विटामिन K
मिलता है। यह विटामिन हड्डियों को
मजबूती देने में
प्रभावी भूमिका निभाता है।
इसके अलावा यह
रक्त
स्राव को रोकने
के लिए आवश्यक
होता है। इसकी
कमी होने पर
चोट आदि लगने
पर रक्त बहना
जल्दी बंद नहीं
हो पाता। विटामिन
K फैट में
C कोलेस्ट्रॉल को बाइल
में परिवर्तित करके
वसा के पाचन
में सहायक होता
है। अतः भिंडी
ह्रदय के लिए
बहुत लाभदायक सब्जी
भिन्डी को कैसे रखें
भिन्डी को बाजार
से लाकर बिना धोये
रखना चाहिए। जब
काम लेनी हो
उसी वक्त धोनी
चाहिए। भिन्डी को कागज
की थैली में
रखने से जल्दी ख़राब
नहीं होती।ज्यादा ठन्डे वातावरण में
भिन्डी जल्दी ख़राब हो
जाती हैं। अतः
फ्रिज में ऐसी
जगह रखें जहाँ
ठंडक कम हो।
भिन्डी की लार बनने से बचाने के उपाय
कुछ आसान से
उपाय अपनाने से
भिंडी की सब्जी
को चिकनी होने
से बचाया जा
सकता है।
इसके लिए ये
उपाय अपनाने चाहिए
: अक्सर देखा जाता
है की भिंडी
की सब्जी बनाते
समय उसमे चिकनी
लारें बन जाती
है। इसके कारण
यह सब्जी खाना
और परोसना मुश्किल
गुजराती में इसे भिंडा
, मराठी में भेंडी
, तमिल में वेंदक्कई
कहते है।
हो जाता है।
। बड़ी होने
के बाद भिंडी
में बीज
बड़े हो जाते
है और यह
कड़क हो जाती
है जिससे
अच्छी सब्जी नहीं
बनती ।
भिंडी को अंग्रेजीविटामिन होने के
कारण यह बहुत
लाभदायक सब्जी है। ताजा
और छोटी
नर्म भिन्डी सब्जी
के लिए अच्छी
रहती है जिसमे
बीज भी नर्म
और
छोटे होते है
भाषा में लेडीफिंगर
या ओकरा के
नाम से जाना
जाता है।